त थाकथित असहिष्णुता के मसले पर अपने विवादास्पद बयान के लिए बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने माफी मांग ली है। उन्होंने कहा है कि देश में कोई असहिष्णुता नहीं है और अगर उन्होंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई हो तो वह माफी मांगते हैं। गौरतलब है कि अपने ५०वें जन्मदिन के अवसर पर शाहरुख खान ने कहा था कि पिछले कुछ समय से देश में असहिष्णुता बढ़ रही है। देश का माहौल ठीक नहीं है। देश में तेजी से कट्टरता बढ़ रही है। शाहरुख खान ने अवार्ड वापस कर रहे लोगों का समर्थन भी किया था। उन्होंने कहा था कि यदि मुझसे कहा जाता है तो मैं भी प्रतीकात्मक सम्मान लौटा सकता हूँ। देश के बहुत बड़े वर्ग ने उनके इस बयान को देश की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाला माना था। लोगों का मानना था कि शाहरुख खान को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए। क्योंकि, देश में ऐसा कोई माहौल है नहीं। जनता ने शाहरुख खान से पूछा भी था कि देश के हालात जब बहुत खराब थे, तब वे चुप क्यों थे?
बहरहाल, शाहरुख खान ने सोशल मीडिया पर अपने खिलाफ चल रहे माहौल को देखकर यू-टर्न मार लिया है। यह सोशल मीडिया की जीत है। उन्होंने माफी मांगते हुए कहा है कि देश में असहिष्णुता का कोई माहौल नहीं है। देश में सबकुछ ठीक चल रहा है। उन्होंने कहा है कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया था। इसके बावजूद यदि किसी की भावनाएं आहत हुईं हैं तो वह माफी मांगते हैं।
इस माफीनामे के लिए शाहरुख खान का स्वागत किया जाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने माफी मांगते हुए भी अपनी अकड़ नहीं छोड़ी है। सोशल मीडिया पर अपने खिलाफ चल रहे स्वस्फूर्त आंदोलन पर उन्होंने प्रश्न चिह्न लगा दिया है। तथाकथित असहिष्णुता पर जब शाहरुख खान ने विवादास्पद बयान दिया था तब से ही सोशल मीडिया पर उनकी फिल्म 'दिलवाले' के बहिष्कार का आंदोलन चल रहा है। देशभर से लोग अपने फेसबुक वॉल पर लिख रहे हैं कि हम विरोध स्वरूप 'दिलवाले' नहीं देखेंगे। अपने मित्रों से भी दिलवाले का बहिष्कार करने का आग्रह कर रहे हैं। कुछ सामाजिक संगठन भी अपने स्तर पर शाहरुख की बहुचर्चित फिल्म के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। शाहरुख खान इस स्वस्फूर्त आंदोलन का विरोध करते हुए कहते हैं कि उनकी फिल्म के खिलाफ अभियान चलाने वाले लोग घटिया और निम्न मानसिकता के हैं। उनकी इस टिप्पणी में दंभ नजर आता है। यानी, एक तरफ माफी मांग रहे हैं और दूसरी तरफ दंभ दिखा रहे हैं।
यह माफी भी सहज नहीं है। यदि उन्हें अपने बयान पर पश्चाताप होता तो कब के माफी मांग चुके होते। माफी मांगने के लिए इतनी प्रतीक्षा क्यों की? स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर चल रहे अभियान से शाहरुख खान कहीं न कहीं घबराए हुए हैं। उन्हें अपनी फिल्म के पिटने का डर है। उन्हें उम्मीद नहीं रही होगी कि यह आंदोलन इतना लंबा और गहरा चलेगा। इसलिए अपनी फिल्म के रिलीज होने के तीन दिन पहले उन्हें अपनी गलती का अहसास होता है। यह माफीनामे का ढोंग है। जनता यह खेल बखूबी समझती है। पहले फिल्म को हिट कराने के लिए विवादास्पद बयान दो, फिर माफी मांग लो। अब देखना होगा कि इस शुक्रवार को जनता उन्हें माफ करती है या नहीं?
माफ़ी क्या मांगी एक तरह मजाक उड़ाया हैं खान ने, बस दिखाने भर को माफ़ी है। बाकी अगर उनका इंटरव्यू देखिये तो किस बदतमीजी से उन्होंने सबका मजाक बनाया है। मैं वीडिओ क्लिप भेजता हूँ आपको लोकेन्द्र भाई।
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