गुरुवार, 28 फ़रवरी 2019

होश में रहे पाकिस्तान

- लोकेन्द्र सिंह - 
आतंकी गिरोहों पर भारतीय वायु सेना के हमले से पाकिस्तान को अधिक दर्द हो रहा है। पाकिस्तान की सरकार और सेना आतंकी गिरोहों के इतने दबाव में है कि उसे भारत पर पलटवार करने को मजबूर होना पड़ रहा है। पाकिस्तान ने मंगलवार शाम से ही सीमा पार से गोलाबारी शुरू कर दी, जिसका भारतीय सेना की ओर से मुंह तोड़ जवाब दिया जा रहा है। पाकिस्तान की बौखलाहट से यह तो साफ हो गया कि वह आतंकी गिरोहों को पालता है। पाकिस्तानी सरकार और सेना के संरक्षण में अनेक आतंकी गिरोह संचालित हैं। यही कारण है कि आतंकी गिरोहों के प्रशिक्षण शिविर तबाह होने पर पाकिस्तान की सरकार और सेना, दोनों को पीड़ा हुई है। अपनी खीज मिटाने के लिए वह सीमा पार से गोलाबारी कर रहे हैं।
          यहाँ तक कि 'फेक न्यूज' के सहारे बहादुर बनने का भी प्रयास पाकिस्तान की ओर से किया जा रहा है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने भारतीय सीमा में घुसकर विमानों से बम भी गिराए हैं। उसका यह भी दावा है कि उन्होंने भारत के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया है और तीन पायलट को बंदी बना लिया है। शाम होते-होते संख्या तीन पायलट से घटकर एक पायलट पर आकर अटक गई। इसका एक ही अर्थ लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान आतंकी गिरोहों को यह भरोसा दिलाना चाहता है कि उसने भारत पर बड़ी कार्रवाई की है। 
          पाकिस्तान का धूर्त चेहरा इस पूरे प्रकरण में एक बार फिर दुनिया के सामने आ गया है। पाकिस्तान एक तरफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रोता है कि वह स्वयं ही आतंकवाद से पीडि़त देश है, आखिर वह क्यों आतंकी गिरोहों का संरक्षण करेगा? यदि वास्तव में पाकिस्तान आतंक से पीडि़त होता, तब उसे भारतीय वायु सेना की कार्रवाई का मन ही मन स्वागत करना चाहिए था। जिन आतंकी गिरोहों से लडऩे का सामथ्र्य पाकिस्तान की सरकार वर्षों पहले गंवा चुकी है, उन्हें समाप्त करने की दिशा में भारत के प्रयास उसके हित में ही तो हैं। किंतु, सत्य कुछ और है, वही सामने आ रहा है। 
          भारत पर किसी भी प्रकार का हमला करने के प्रयास कर रही पाकिस्तानी हुकूमत और सेना को यह अच्छी तरह सोच लेना चाहिए कि उसकी ओर से जो भी पलटवार किया जाएगा, उसकी कीमत बहुत ज्यादा चुकानी पड़ेगी। भारत की विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने स्पष्ट कहा है कि हमारी लड़ाई आतंकवाद से है, पाकिस्तान से नहीं। विदेश मंत्री का यह पक्ष भारत के दृष्टिकोण को मजबूत करता है और दुनिया के विभिन्न देशों को विश्वास दिलाता है कि हम शांति और सह-अस्तित्व चाहते हैं। इसके बाद भी यदि पाकिस्तान आतंकियों की लड़ाई लडऩा चाहता है, तब उसे भारी नुकसान के लिए तैयार रहना चाहिए। उसे बार-बार यह याद करना चाहिए कि यह नया भारत है। यह पहले से छेड़ेगा नहीं और यदि छेड़ा तो फिर किसी भी कीमत पर छोड़ेगा नहीं। भारत इस बार ऐसा सबक सिखाएगा कि उसे भूलना पाकिस्तान के लिए संभव नहीं होगा। इस समय समूचा देश अपनी सरकार और सेना के साथ खड़ा है। भारत का प्रत्येक नागरिक सत्य के पक्ष में है और वह भी देश के स्वाभिमान के लिए अपना योगदान करने को तत्पर है। 

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