tag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post7909376695726876428..comments2024-03-20T07:50:00.652+05:30Comments on अपना पंचू: क्या फिर से पढ़ाए जाएंगे नैतिकता के पाठ?लोकेन्द्र सिंहhttp://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-80943429365810688952012-11-27T07:45:58.721+05:302012-11-27T07:45:58.721+05:30@बड़ा होकर अमीर बनना है, पैसा कमाना है, अरबों-खरबो...@बड़ा होकर अमीर बनना है, पैसा कमाना है, अरबों-खरबों में खेलना है। बड़ा होकर वह इसी काम में जुट जाता है। जो जिस स्तर पर है उस स्तर का घोटाला कर रहा है। <br /><br />- शालीय शिक्षा के अतिरिक्त बच्चे बड़ों के अनुकरण से भी सीखते हैं| यदि उनके सामने कोइ आदर्श ही नहीं होगा तो उच्च विचार और महान कृतित्व भी उन्हें किताबी बात ही लगेगी| नई पीढ़ी को सोना बनाना है तो हमें कम से कम चांदी बनने का प्रयास तो करना ही पड़ेगा| Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-15005561010694609622012-11-26T17:06:24.658+05:302012-11-26T17:06:24.658+05:30इस आलेख की आज के संदर्भ में आवश्यकता है।इस आलेख की आज के संदर्भ में आवश्यकता है।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-67138357027121853832012-11-23T21:42:11.332+05:302012-11-23T21:42:11.332+05:30मूल्य शिक्षा की रूपरेखा बनाने वाले ही मूल्यहीन हो ...मूल्य शिक्षा की रूपरेखा बनाने वाले ही मूल्यहीन हो गए हैं आजकल।<br /><br />अच्छा विश्लेषण किया है आपने।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-24536900541979860512012-11-20T16:45:17.421+05:302012-11-20T16:45:17.421+05:30सही आंकलन सही आंकलन Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-70727477393088456852012-11-20T16:10:43.369+05:302012-11-20T16:10:43.369+05:30मैकाले ने जो पद्धति यहाँ के लिये तजवीज की थी, वो ह...मैकाले ने जो पद्धति यहाँ के लिये तजवीज की थी, वो हमें मानसिक रूप से गुलाम बनाये रखने के लिये थी न कि वहाँ के शिक्षा मॉडल को यहाँ लाया गया था। शिक्षा किसे देनी है और क्यों देनी है, दोनों जगह उद्देश्य भिन्न थे। इस पद्धति को पश्चिम की शिक्षा पद्धति के समकक्ष नहीं माना जाना चाहिये। <br />शेष विश्लेषण से सहमत। नैतिक शिक्षा वाली चिड़िया अब यहाँ से विलुप्त हो गई है और इसमें हमारा सबका योगदान है। जिस शिक्षा के आप और मैं भी कायल दिखते हैं, उपलब्ध करवाने वाले संस्थान खुद इस मामले में या तो बहुत खर्चीले हैं या फ़िर तकनीक और आधुनिक संचार के साधनों के प्रति सर्वथा उदासीन। आज मेरी बात में कड़वाहट लग सकती है लोकेन्द्र भाई, लेकिन अपने अनुभव के आधार पर ही कह रहा हूँ। कभी बात मुलाकात का मौका लगा तो इस बारे में विस्तार से बात करेंगे।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-7568694626521651132012-11-20T14:58:47.770+05:302012-11-20T14:58:47.770+05:30बहुत ही प्रासंगिक विचारणीय आलेख .
बिल्ले रखवाली ...बहुत ही प्रासंगिक विचारणीय आलेख .<br /><br />बिल्ले रखवाली करें, गूँगे राग सुनाय।<br />अब तो अपने देश में, अन्धे राह बताय।७।virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-47174284217543795912012-11-19T02:49:02.077+05:302012-11-19T02:49:02.077+05:30दिव्या जी, बहुत बहुत धन्यवाद दिव्या जी, बहुत बहुत धन्यवाद लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-12812714542230067192012-11-19T02:42:04.367+05:302012-11-19T02:42:04.367+05:30कविता जी प्रयोग के नाम पर जो हुआ वह शिक्षा को रसात...कविता जी प्रयोग के नाम पर जो हुआ वह शिक्षा को रसातल में ले गया.लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-81598240746381657152012-11-19T02:38:58.955+05:302012-11-19T02:38:58.955+05:30धन्यवाद रवि जी धन्यवाद रवि जी लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-32802287661908683222012-11-18T19:44:52.375+05:302012-11-18T19:44:52.375+05:30आपने सही कहा,,,जिसका दुष्परिणाम हम आज भुगत रहे हैं...आपने सही कहा,,,जिसका दुष्परिणाम हम आज भुगत रहे हैं। <br /><br />recent post<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/11/blog-post_17.html#links" rel="nofollow">...: अपने साये में जीने दो.</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-78814519805018900032012-11-18T18:19:29.528+05:302012-11-18T18:19:29.528+05:30Great post. I agree with the analysis.Great post. I agree with the analysis.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-63367347619671287492012-11-18T14:03:33.634+05:302012-11-18T14:03:33.634+05:30pichhale 20 salo me shiksha ke kshetra me jitane p...pichhale 20 salo me shiksha ke kshetra me jitane prayog hue hai utana hi iska star girta gaya hai aur ab uska asar samj par spasht dikhai de raha hai..vishleshnatmak post..kavita vermahttps://www.blogger.com/profile/18281947916771992527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-72817486971860072492012-11-18T10:36:29.098+05:302012-11-18T10:36:29.098+05:30बढ़िया प्रस्तुति ।
बधाई स्वीकारे भाई जी ।।बढ़िया प्रस्तुति ।<br /><br />बधाई स्वीकारे भाई जी ।।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com