tag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post5063785846432498292..comments2024-03-20T07:50:00.652+05:30Comments on अपना पंचू: कपटी लोगों का धर्म इस्लामलोकेन्द्र सिंहhttp://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-64182439561589171382010-08-16T20:16:32.635+05:302010-08-16T20:16:32.635+05:30लोकेन्द्र जी आलेख की मूल भावना से सहमत हूँ | जिस प...लोकेन्द्र जी आलेख की मूल भावना से सहमत हूँ | जिस प्रकार लोहे को लोहा ही काटता है उसी प्रकार एक कट्टर धर्म को दुसरा कट्टर धर्म वाला ही टक्कर दे सकता है | <br /><br />जहाँ तक शफीकुर रहमान बर्क जैसे लोग हैं तो ऐसे लोगों की निष्ठा भारत की अपेक्षा इस्लाम या इस्लामिक देशों में ज्यादा रही है | <br /><br />बिहारी बंधू के कथन - "हिंदु धर्म बास्तव में धर्म नहीं एक जीवन दर्सन है इसलिए इसको पब्लिसिटी का जरूरत नहीं है!!" से बिलकुल सहमत नहीं हूँ | इस तरह की बातें कुछ सेकुलर लोग हिन्दू धर्म का विनास करने के लिए कर रहे हैं | वैसे हिन्दू शब्द थोड़ा संकुचित है वास्तव में सनातन धर्म पूर्ण है और आज के समय में इसके प्रचार-प्रसार की शक्त आवश्यकता है | यदि सनातन धर्म का प्रचार प्रसार नहीं किया गया तो आने वाले समय में सनातन सभ्यता/धर्म भी उनानियों के तरह इतिहास के गर्त में दबा होगा |Rakesh Singh - राकेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/03770667837625095504noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-49189878968614377932010-08-13T12:37:22.625+05:302010-08-13T12:37:22.625+05:30lokendra ji aapki di post se padh kar hi ye jaank...lokendra ji aapki di post se padh kar hi ye jaankaari mili.par mere vichar se sabhi ko apne dhrmo se pyaaar hota hai.par jo in sabhi darmon se upar uth jaaye, sabhi ko samaan roop se swikaar karen vahi sabse bada dharm hai.aur sahi arth me vo ek sachcha insaan hai jo insaaniyat se bharpuur hota hai.<br /> poonamपूनम श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09864127183201263925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-56405990764687531072010-08-13T08:38:19.707+05:302010-08-13T08:38:19.707+05:30आपने तो बहुत गंभीर समस्या के बारे में लिखा है जिस...आपने तो बहुत गंभीर समस्या के बारे में लिखा है जिसका विचार करना ज़रा मुश्किल है! पर मेरा ये मानना है कि जैसे हम हिन्दू हैं और हमें अपने धर्म से प्यार है उसी तरह सभी को अपने अपने धर्म से भी प्यार होगा !Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-20923552671618556002010-08-13T05:08:22.129+05:302010-08-13T05:08:22.129+05:30मुस्लिम गौ-भक्षक.....ये एक लाइन से में पूरी तरह से...मुस्लिम गौ-भक्षक.....ये एक लाइन से में पूरी तरह से इत्फाक नहीं रखता....कई मुसलमान है जिन्होने गाय की इज्जत की है। करते हैं। ठीक उसी तरह जैसे हम......हम उसे गाय को बहुउपयोगी होने के कारण मां समान दर्जा देते हैं। ये भावना ही बाद में धर्म में जोड़ दी गई। वरना ऐसा कौन सा जानवर है जिसका मल एंटीबायोटिक हो। घर के आंगन को गोबर से निरंतर लीपने से कई तरह के कीटाणुओं का नाश हो जाता है। गोपालक को टीबी नहीं होती। गौ मूत्र का पूरा साइंस है। गौ पर पूरी तरह से वैज्ञानिक शौध हो रहे हैं। अगर कोई इसे नहीं जातना तो उससे कहना कि अपना दिमाग ठीक कराए औऱ आंखे खोले......<br /><br />बाकी रहे नेता साहब.....तो इनके जैसे लोगो को राष्ट्रीय ध्वज का मतलब पता भी है। ये खुद को तो रहनुमा बना देंगे....मगर मायावती के शासन के जो चंद अच्छे काम हैं उन्हें भी बर्बाद कर देंगे। कश्मीर से हिंदुओं को औरंगजेब भगा नहीं सका....मगर पिछले बीस साल में घाटी हिंदूविहिन सी हो गई है. पर इन्हें कभी याद नहीं आएगी। बेशर्म है ऐसे लोग। जो काम अमेरिका में हो रहा है उसका विरोध उन्हें करने दो। ये जबरदस्ती वहां जाकर टांग अड़ाएंगे....ठीक खिलाफत आंदोलन की तरह....Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-68602491582487650062010-08-12T01:16:21.304+05:302010-08-12T01:16:21.304+05:30accha likh rahe ho bhaiaccha likh rahe ho bhaiPawan Sahunoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-42922386683691980852010-08-11T16:31:50.920+05:302010-08-11T16:31:50.920+05:30har dharm ke grantho ki izat honi chaiye.........har dharm ke grantho ki izat honi chaiye.........anoop joshihttps://www.blogger.com/profile/14146375128512331870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-35616873093312198902010-08-11T15:56:33.334+05:302010-08-11T15:56:33.334+05:30लोकेंद्र जी...आपका बतवा कुछ ठीक है कुछ कम ठीक है.....लोकेंद्र जी...आपका बतवा कुछ ठीक है कुछ कम ठीक है... इस बात के बहस में पड़ना हमरे ज्ञान के बाहर है... धर्म का प्रचार और प्रसार सिर्फ हिंदुत्व के अलावा सभी धर्मों ने किया है.. असोक जब बौद्ध धर्म अपनाया तो इतिहास के किताब में लिखा है कि चारो दिसा में प्रचार किया.. आज भी जहाँ ई धर्म है ऊ असोक के कारन है...हिंदु धर्म बास्तव में धर्म नहीं एक जीवन दर्सन है इसलिए इसको पब्लिसिटी का जरूरत नहीं है!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-43569588690436899982010-08-11T08:40:05.875+05:302010-08-11T08:40:05.875+05:30इंटरनेशनल बर्न ए कुरान डे??????
ye to galat baat h...इंटरनेशनल बर्न ए कुरान डे??????<br />ye to galat baat hai... chahe aap apne liye kuch kare na kare .. magar doosron ki bhaawanao ko dukh pahunchana jaayaj baat to nahi hai na...ye bilkul galat hai..<br /><br />Banned Area News : <a href="http://bannedarea.blogspot.com/2010/08/fat-employees-take-more-time-off-work.html" rel="nofollow" title="Banned Area - Break the Rules , Bollywood Gossips','Bollywood News','Health News','Hollywood News','India News','Technology News','Television News','World News">Fat employees take more time off work</a>Anonymousnoreply@blogger.com