tag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post3099861642137982646..comments2024-03-20T07:50:00.652+05:30Comments on अपना पंचू: कांग्रेस को लगी मिर्चीलोकेन्द्र सिंहhttp://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-74214863235087076662010-11-14T17:26:41.073+05:302010-11-14T17:26:41.073+05:30ये कांग्रेस का दिवालियापन है ... खुद को आज़ादी का ...ये कांग्रेस का दिवालियापन है ... खुद को आज़ादी का ठेकेदार मानते हैं .. बोलने कि आज़ादी कि बात भी करते हैं ... दूसरों को सुन नहीं पाते ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-56736502156665823232010-11-13T23:37:07.929+05:302010-11-13T23:37:07.929+05:30Gilani and Arundati are allowed to shout azaadi in...Gilani and Arundati are allowed to shout azaadi in new delhi. Where were these congressi hiding then? Oh, I realised now there were lined up with their hooks. Moment the Sudershan has said something, these bastards of the soil started showing who is more pro Sonia. Bhagwan Ram key liyae itna nahi marte jiski puja roj karte hain. Magar sonia key tukdey khaney paunch jaate hain.RKatoch09@gmail.comhttps://www.blogger.com/profile/17745604091400224795noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-4159912445025124152010-11-13T12:14:50.955+05:302010-11-13T12:14:50.955+05:30काँग़्रेस जाँच करे या न करे, शोध करे या न करे, वो ब...काँग़्रेस जाँच करे या न करे, शोध करे या न करे, वो बाद की बात है, लेकिन इस तरह के हिंसक प्रदर्शन और तोड़-फोड़, हमले आदि करने वालों को अब कम से कम 'अहिंसा के पुजारी' गाँधी जी के एकमात्र सच्चे अनुयायी होने का दावा करना छोड़ देना चाहिये।Sumanthttp://blog.sumant.co.innoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-53926000192227625052010-11-12T22:49:57.945+05:302010-11-12T22:49:57.945+05:30मेरा मानना है कि पिछले दिनों जो कुछ भी हुआ वह बहुत...मेरा मानना है कि पिछले दिनों जो कुछ भी हुआ वह बहुत गलत हुआ। चाहे राहुल का बयान हो या सुदर्शन का। हालांकि यह सही है कि सुदर्शन का बयान शोध के लायक है पर राहुल का बयान बचकाना।<br />मैं तो यह कहता हूं कि सुब्रहमण्यम स्वामी और दीनानाथ मिश्र ने जो लिखा है उसकी जांच क्यों नहीं की जा रही। मजे की बात तो यह है कि जनार्दन द्विवेदी ने कल मीडिया के सामने आकर यह कहीं भी नहीं कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह गलत है। इसका क्या मतलब निकाला जाए। आरोपों की जांच की जानी चाहिए। मैं तो कहता हूं कि सोनिया प्रधानमंत्री क्यों नहीं बनीं इसका सच भी देशवासियों के सामने आना चाहिए। क्या बाकई सोनिया ने त्याग किया या फिर कोई और बात इसका कारण रही। मुझे लगता है कि मामला अब इस स्तर तक आ गया है तो यूं ही इसे रफा-दफा नहीं किया जाना चाहिए। देशवासी सच जानना चाहते हैं। <br />रही बात विरोध प्रदर्शन की तो, कानून को किसी को भी हाथ में नहीं लेना चाहिए। सभी कानून के दायरे में रहकर ही विरोध करें तो ज्यादा अच्छा रहेगा। देशवासियों के भी और विरोध करने वालो के भी।पंकज मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/05619749578471029423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-85153987086299528082010-11-12T20:52:34.717+05:302010-11-12T20:52:34.717+05:30शोध की आवश्यकता. बढ़त वाकई खो दी. लेकिन शोध होना चा...शोध की आवश्यकता. बढ़त वाकई खो दी. लेकिन शोध होना चाहिये. गोपनीयता का आवरण अपने अन्दर तमाम अन्धेरों को समेट लेता है...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-1049329907480880582010-11-12T20:22:44.370+05:302010-11-12T20:22:44.370+05:30Aap ne jistarh se sudarshan ji ke bayan pa shodh k...Aap ne jistarh se sudarshan ji ke bayan pa shodh ki bat kahi hai vo bilkul hona chahiya, kyau ki sudarshan ji ne jo bayan diya uske saboot baale hi na ho lekin unki bat se puri tarah se inkar bhi nahi kiya ja sakta hai.<br /><br /><br />Balmukund DwivediAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-69538769651543484862010-11-12T20:04:57.721+05:302010-11-12T20:04:57.721+05:30सूदर्शन जी विद्वान है, मगर उनके इस व्यक्तव्य मे...सूदर्शन जी विद्वान है, मगर उनके इस व्यक्तव्य में बूद्विमानी कहीं नही है, रही बात उस संदर्भ की जो सोनिया गांधी के बारे में कही गई है, तो सूब्रम्हण्यम स्वामी के भी पहले ब्लॉग के स्वरूप में बहूत कूछ मौजूद है, <br /> जहां तक बात विरोध प्रदर्शन की है तो इसे स्वाभाविक रूप से देखा जाना चाहिए, इस विरोध प्रदर्शन पर यह कहना कि, यह चरण वंदना है या कि, यह चारण है अतिश्योक्ति मानता हूं, <br /> जिस वक्त आपका आलेख पढ रहा था उसी वक्त चैनल पर यह खबर आई कि, इंदौर में संघ कार्यकर्ताओं ने पूलिस के साथ मिलकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को पिटा,सवाल यह है कि, विरोध तो स्वाभाविक है, इसमें संघ का यह अजीबो गरीब स्वरूप क्यों सामने आ रहा हैयाज्ञवल्क्यhttps://www.blogger.com/profile/01237702332651413280noreply@blogger.com