tag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post1043775103992947225..comments2024-03-20T07:50:00.652+05:30Comments on अपना पंचू: मीडिया पर नहीं पूरा भरोसालोकेन्द्र सिंहhttp://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-54770820164075510712014-02-04T18:37:07.756+05:302014-02-04T18:37:07.756+05:30यह सत्य है कि व्यावसायिकता बढ़ी है लेकिन सत्य और झ...यह सत्य है कि व्यावसायिकता बढ़ी है लेकिन सत्य और झूठ के पैमाने पर परखें तो आज भी सत्य ही अधिक है। हालांकि यह भी सही है कि लोगों का विश्वास पहले की तुलना में कम हुआ है। हमें यह स्वीकार करना होगा कि व्यावसायिकता का असर सिर्फ पत्रकारिता या मीडिया पर ही नहीं है, बल्कि सभी क्षेत्रों और पहलुओं पर पड़ा है।Narendra Singh Kushwahhttps://www.facebook.com/narendrasingh14noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-85012907227806951722014-02-03T13:22:08.666+05:302014-02-03T13:22:08.666+05:30चौथा खम्बा दरक रहा है ... मीडिया वाले ही उसे खोखला...चौथा खम्बा दरक रहा है ... मीडिया वाले ही उसे खोखला कर रहे हैं ...<br />अफ़सोस की बात है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-37056760304790037622014-02-02T07:07:32.235+05:302014-02-02T07:07:32.235+05:30सच में अब तो सच समाचार भी मिलना कठिन हो गया है, इस...सच में अब तो सच समाचार भी मिलना कठिन हो गया है, इस मिलावटी दुनिया में।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-75915737974000564972014-02-02T06:37:29.094+05:302014-02-02T06:37:29.094+05:30सही खबर से किसे लेना देना है दोस्त, ’माल’ आना चाहि...सही खबर से किसे लेना देना है दोस्त, ’माल’ आना चाहिये।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8722673451057387706.post-6278362774622183912014-02-01T15:03:03.049+05:302014-02-01T15:03:03.049+05:30सच छिपाते हैं हम,झूठ सजाते हैं हम,बरगलाते हैं हम,ख...सच छिपाते हैं हम,झूठ सजाते हैं हम,बरगलाते हैं हम,खूब कमाते हैं हम-यही दर्पण है अधिकांश विख्यात मीडिया का !Duli Chand Karel on google+noreply@blogger.com