गुरुवार, 6 जून 2019

समाजवादी चिन्तक श्री रघु ठाकुर से भेंट


डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों को अपने जीवन में आत्मसात किए हुए प्रख्यात गांधीवादी एवं समाजवादी चिंतक श्री रघु ठाकुर जी का सान्निध्य (संत संगति) लंबे अरसे बाद प्राप्त हुआ। इस अवसर पर उनसे "समाजवाद और डॉ. लोहिया के विचारों" पर महत्वपूर्ण साहित्य प्राप्त किया। अपनी पुस्तक 'हम असहिष्णु लोग भी उन्हें भेंट दी। मेरी एक पुस्तक 'देश कठपुतलियों के हाथ में' का विमोचन आप ही के हाथों हुआ था।
            श्री रघु ठाकुर देश में समतामूलक समाज की संरचना हेतु समर्पित हैं। उनको मैं राजनीति का संत मानता हूं। अपने लक्ष्य के लिए वे लगातार प्रवास करते रहते हैं। समाज से सतत संवाद।जीवन एकदम सरल सादगी से भरपूर और प्रेरक है। उनके साथ बैठ जाओ तो समय का पता ही नहीं चलता। उनसे ढेर सारी बातें करना यानी खुद को अपडेट करना, जैसे किसी महत्वपूर्ण पुस्तक का अध्ययन करना। इस मुलाकात में उनसे वर्तमान राजनीतिक प्रसंग, सन्दर्भ और परिदृश्य पर चर्चा हुई। समाज में समानता का भाव और आत्मीय भाव कैसे लाया जा सकते हैं, इस बारे में भी विमर्श हुआ। 
            वे सदैव लिखते-पढ़ते रहते हैं। राष्ट्रीय समाचार पत्र-पत्रिकाओं में विचारोत्तेजक लेखों के रूप में उनकी सक्रिय उपस्थिति रहती है। श्री ठाकुर "दुखियावाणी" मासिक पत्र का संपादन कर रहे हैं। वे डॉ. लोहिया द्वारा प्रकाशित 'जन' एवं 'मैन काइंड' में लेखन कार्य तथा श्री जार्ज फर्नाडिज के द्वारा प्रकाशित 'प्रतिपक्ष' एवं 'द अदर साइड' के संपादन से भी जुड़े रहे हैं। आप दक्षेस महासंघ के अध्यक्ष तथा लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक हैं।

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